राजस्थान: उपनिदेशक “आयुर्वेद विभाग, जलावाड़, राजस्थान” ने हाल ही में एक सूचना जारी की जिसमें फरवरी माह में आवेदन मांगे गए थे। इस अवसर पर महर्षि पतंजलि योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा परिषद, झालावाड़ के 18 प्रशिक्षित छात्रों को उनकी निपुणता और उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर विभाग में योग प्रशिक्षक के पदों पर चुना गया है।
यह खबर न सिर्फ उन छात्रों के लिए, बल्कि योग और प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र के लिए भी एक नई उम्मीद और उत्साह का कारण बनी है। झालावाड़ केंद्रअध्यक्ष श्रीमती रवीना भट्ट ने इस अवसर पर छात्रों के योग सीखने की लगन और दृढ़ संकल्प की सराहना की है। उन्होंने छात्रों के साथ बिताए गए प्रशिक्षण के समय को याद करते हुए कहा, “प्रत्येक छात्र ने अपने-अपने ढंग से इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में अपनी खुद की एक अलग पहचान बनाई है।”
जिन प्रशिक्षकों को यह अवसर मिला है, उनमें दिलीप कुमार, शंकर सिंह, संगीता रावत, विष्णु प्रसाद दांगी, रोशन दांगी, कैलाश चंद शर्मा, टीना शर्मा, दिनेश कुमार नागर, आशा मेरौठा, शिवनंदन सुथार, रीना कारपेंटर, इंद्रा, नितिन व्यास, चेतना कुमारी शर्मा, कपिल उपाध्याय, योगेश्वर मालव, बृजेश कुमारी मालव और आशा शाक्यवाल शामिल हैं। इन प्रशिक्षकों ने संस्थान के प्रशिक्षण कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है और उनकी योग्यता का प्रमाण प्रदान किया है।
संस्थान के योग प्रशिक्षण कार्यक्रम ने अपनी प्रशिक्षण विधियों और संपूर्णता में निपुणता के लिए विशेष पहचान बनाई है। प्रशिक्षकों का यह कहना है कि संस्थान के प्रशिक्षण ने उन्हें न केवल योग की गहराइयों में जाने का मौका दिया, बल्कि आत्म-अनुशासन और समर्पण की भावना को भी बढ़ाया है।
इस नियुक्ति के साथ ही, ये प्रशिक्षक अब समाज में योग के महत्व को फैलाने और लोगों के जीवन में स्वास्थ्य और कल्याण की भावना को मजबूत करने में अपना योगदान देंगे। संस्थान ने भी वादा किया है कि वह अपने छात्रों को विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करते रहेगा और उनकी सफलता के लिए सतत समर्थन प्रदान करेगा।
नियुक्ति प्राप्त प्रशिक्षकों का उत्साह और भविष्य के प्रति आशावाद इस बात का प्रमाण है कि उन्होंने अपने कर्मठता और संकल्प से यह अवसर अर्जित किया है। ये योग प्रशिक्षक समाज में स्वास्थ्य और सुखद जीवन के प्रचार-प्रसार के लिए एक नई ऊर्जा और प्रेरणा का स्रोत बनेंगे।
हम सभी नवनियुक्त योग शिक्षकों को उनके नए कार्यक्षेत्र में उन्नति और सफलता की शुभकामनाएं देते हैं और आशा करते हैं कि वे अपने योग ज्ञान के माध्यम से एक स्वस्थ और सशक्त समाज का निर्माण करेंगे।
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