योग में डिप्लोमा होने का अर्थ है कि आपको योग के बारे में जानकारियों के साथ-साथ प्रमाण पत्र भी प्राप्त है| इस कोर्स के में आपको प्रयोगात्मक विधि से योग से जुड़ी समस्त जानकारियां के साथ प्राप्त होती हैं| जिससे आप योग भी सीखते हैं साथ ही लोगों को भी इससे लाभान्वित करते हैं|
यह एक 1 वर्षीय पूर्णकालिक का व्यवसाय-परक (जॉब ओरिएंटेड) कोर्स है|
१.इस कोर्स का पाठ्यक्रम इस प्रकार से विकसित किया गया है जिसमें अभ्यर्थी को शारीरिक व मानसिक दोनों स्तर पर शिक्षा प्राप्त होती है|
२.यह कोर्स अभ्यास प्रशिक्षण और सैद्धांतिक शिक्षण इन तीन स्तरों पर विभाजित किया गया है|
३.इस के पाठ्यक्रम में योग का इतिहास शरीर, क्रिया, विज्ञान, आसन एवं प्राणायाम आदि विषयों का अध्ययन किया जाता है|
४.इस पाठ्यक्रम में योग के लाभ रोगों से बचाव तथा लोगों को स्वास्थ्य के प्रति किस प्रकार जागरूक किया जाए आदि विषयों की जानकारी दी जाती है|
५. इस पाठ्यक्रम को पूर्ण करने के पश्चात अभ्यर्थी क्षेत्र में आगे अध्ययन करने के लिए प्रशिक्षित हो जाता है| यह पाठ्यक्रम योग से संबंधित शिक्षण प्रशिक्षण के अतिरिक्त अभ्यर्थी के व्यक्तित्व के परिष्करण में भी सहायता प्रदान करता है|
डिप्लोमा इन योग कोर्स क्यों करें– यह अत्यंत ही लाभकारी कोर्स है, यह कोर्स क्यों करे इसका विवरण निम्नलिखित है-
१.यह कोर्स करने के उपरांत अभ्यर्थी के लिए रोजगार के अनेक नए अवसर प्राप्त होते हैं जैसे स्कूल कॉलेज में सेंटर प्राइवेट कंपनी स्थानों पर प्रयोग सहायक पदों पर कार्य कर सकता है|
२. इस पाठ्यक्रम में शिक्षित होने के पश्चात अपने शारीरिक व मानसिक तो बहुत ही अच्छी तरीके से संतुलित करने की योग्य हो जाता है|
३.कोई भी व्यक्ति जिसका शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य अच्छा होगा उसके जीवन में अधिक स्फूर्ति व उर्जा होगी वह अपने जीवन के सभी क्षेत्रों में अपेक्षाकृत अधिक सफलता प्राप्त कर सकता है|
DIPLOMA IN YOGA EDUCATION – यह कोर्स 1 वर्षीय डिप्लोमा इन योग कोर्स कहलाता है| यह एक व्यवसाय-परक (JOB-ORIENTED) कोर्स है | जिसमें विद्यार्थियों को योग के विषय में आधारभूत शिक्षा दी जाती है| इसमें योग से संबंधित विभिन्न आयामों का अध्ययन कराया जाता है |
प्रवेश प्रक्रिया– इस कोर्स में प्रवेश लेने के लिए विद्यार्थियों द्वारा ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम से आवेदन किया जा सकता है| महर्षि पतंजलि योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा परिषद द्वारा देश के लगभग सभी राज्यों व जिलों में प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किए गए हैं| जहां पर विद्यार्थियों द्वारा अपने सुविधानुसार प्रवेश प्राप्त किया जा सकता है|
योग्यता– डिप्लोमा इन योग कोर्स करने के लिए न्यूनतम योग्यता 10+2 / इंटरमीडिएट होती है| इंटरमीडिएट के बाद कोई भी विद्यार्थी डिप्लोमा इन योग कोर्स में प्रवेश प्राप्त कर सकता है|
फीस– डिप्लोमा इन योग कोर्स की फीस प्रशिक्षण केंद्रों के अनुसार लगभग 10000-12000/ वर्ष होती है | इस कोर्स के पश्चात विभिन्न स्थानों जैसे विद्यालयों, वेलनेस सेंटर आदि जगहों पर योग प्रशिक्षक के पद पर रोजगार के अवसर प्राप्त होते हैं |
DIPLOMA IN YOG कोर्स का सिलेबस-
DIPLOMA IN YOG- IMPORTANT BOOKS
mpypcs mpypcps mpeg mdrd patanjali yog
महर्षि सुश्रुत को "शल्य चिकित्सा का जनक" माने जाते है। उनका जीवन काल और जन्मस्थान…
आयुर्वेद, योग, और नेचुरोपैथी भारतीय चिकित्सा पद्धतियों के प्रमुख स्तंभ हैं, जिनका इतिहास हजारों वर्ष…
उपनिदेशक "आयुर्वेद विभाग, जलावाड़, राजस्थान" द्वारा योग प्रशिक्षकों की नियुक्ति छात्रों में खुशी कि लहर …
छात्रा का योग प्रशिक्षक के पद पर AHWC,नाटौज (कठूमर) में हुआ चयन राजस्थान: आध्यात्मिकता और…
तनाव प्रबंधन के लिए योग करने का सही तरीका निम्नलिखित है: शांत और आरामदायक जगह…
कोणासन(Konasana) के बारें में: कोणासन एक योगासन है जो शरीर की मजबूती, स्थिरता, और लचीलापन को…
This website uses cookies.